Verb • लड़ाई करना | |
bear: भालू का बच्चा | |
arms: आस्तीनें भुजाएँ | |
bear arms meaning in Hindi
bear arms sentence in HindiExamples
- (That is like today's Americans debating the Constitution's much-disputed Second Amendment, concerning the right to bear arms, by claiming newly discovered oral transmissions going back to George Washington and Thomas Jefferson. Obviously, their quotations would inform us not what was said 225 years ago but about current views.) Portrait of Ignaz Goldziher.
( यह वैसे ही है जैसे कि आज अमेरिका के लोग संविधान के सर्वाधिक विवादित द्वितीय संशोधन पर बहस कर रहे हैं जिसमें कि शस्त्र धारण करने के अधिकार को लेकर चिन्ता है और इसका दावा हाल में प्राप्त जार्ज वाशिंगटन और थामस जेफरसन के मौखिक वार्तालाप पर आधारित है । निश्चय ही उनके उद्धरण हमें यह नहीं बतायेंग़े कि 225 वर्ष पूर्व क्या हुआ वरन आज की वर्तमान स्थिति के बारे में बतायेंगे) - But reading the Koran is precisely the wrong way to go about understanding “what's happening in our world.” That's because the Koran is: Profound . One cannot pick it up and understand its meaning when nearly every sentence is the subject of annotations, commentaries, glosses, and superglosses. Such a document requires intensive study of its context, development, and rival interpretations. The U.S. Constitution offers a good analogy: its Second Amendment consists of a just 27 words (“A well regulated militia, being necessary to the security of a free state, the right of the people to keep and bear arms, shall not be infringed”) but it is the subject of numerous book-length studies. No one coming fresh to this sentence has any idea of its implications.
11 सितंबर की घटना के पश्चात् के सप्ताहों में कुरान की बिक्री पाँच गुना अधिक बढ़ गई. अमेरिका के सबसे बड़े प्रकाशक ने बताया कि उसे इस माँग की आपूर्ति के लिए ब्रिटेन से कुरान की प्रतियाँ मंगवानी पड़ीं. अमेरिका के पुस्तक विक्रेताओं ने बताया कि वे बाईबिल से ज्यादा कुरान की प्रतियाँ बेच रहे हैं.प्रसंगवश यह सब इस्लामवादियों को सुनने में अच्छा लग रहा है. आतंकवादियों को आर्थिक सहायता देने वाले गुट के साथ संबद्ध बोस्टन की इस्लामिक सोसाईटी के होसाम गाबरी के अनुसार गैर - मुसलमानों द्वारा कुरान को समझने का प्रयास एक शुभ संकेत है . परंतु वर्तमान विश्व में घट रही घटनाओं को समझने के लिए सरसरी तौर पर कुरान का अध्ययन करना उचित मार्ग नहीं है . ऐसा इसलिए है क्योंकि कुरान की अपनी कुछ विशेषतायें हैं - व्यापकता- यह संभव नहीं है कि कोई भी व्यक्ति कुरान उठाए और एक बार में समझ ले . क्योंकि इसके प्रत्येक शब्द के साथ विश्लेषण , अनुवाद और उसका भी अनुवाद जुड़ा है . ऐसे किसी भी दस्तावेज़ के अध्ययन के लिए आवश्यक है कि उसके संदर्भों का गहन अध्ययन हो . उसके विकास और उसकी विरोधी व्याख्या की पूरी जानकारी हो . इसकी तुलना अमेरिकी संविधान से कर सकते हैं . इसके दूसरे संशोधन में 27 शब्द हैं ( एक नियमित सेना,एक स्वतंत्र राज्य की सुरक्षा के लिए आवश्यक है .नागरिकों के अस्त्र रखने या उन्हें धारण करने के अधिकार को सीमित नहीं किया जाना चाहिए .)इस वाक्य के निहितार्थ को समझने के लिए गहरे अध्ययन की आवश्यकता होगी और कोई भी नया व्यक्ति इसके संबंध में कोई भी विचार नहीं बना सकता .